रविवार, जुलाई 27, 2008

चकल्‍लस : कैरी... पास... फॉरवर्ड.... गोल

Dr[1]. K.P. Saxena

कुछ पुराने कैसट्स मिल गए जिसमें सर्वश्री शरद जोशी, केपी सक्‍सेना आदि के स्‍वर में ही उनकी व्‍यंग्‍य रचनाऍं हैं ।

शुरुआत करते हैं श्री के पी सक्‍सेना जी की एक बेहतरीन गद्य रचना से। सुनिए हॉकी पर राजनीति के पैनल्‍टी स्‍ट्रोक की कहानी उनके अपने अंदाज़ में।

चित्र हृदय गवाक्ष से साभार

7 टिप्‍पणियॉं:

ALOK PURANIK ने कहा…

वाह वाह जी जमाये रहिये, सब कुछ सुनवाइये ना। इन कैसेटों को एमपी थ्री में कनवर्ट कर लीजिये, भविष्य में इतिहास होने वाली हैं।

डॉ .अनुराग ने कहा…

आहा क्या बात है....

पारुल "पुखराज" ने कहा…

badii puraani...bahut badhiya...aur bhi sunvaiye

अनूप शुक्ल ने कहा…

वाह, बहुत अच्छा लगा इसे सुनना। आप और सुनवाते रहें।

Anita kumar ने कहा…

वाह बहुत मजा आया, शरद जोशी जी का भी है कैसेट सुनवाइए न

अजित वडनेरकर ने कहा…

भाई , पहले भी सुन चुका हूं, यही-इसी जगह। मगर जब तक महफिल मे और लोग न हो, मज़ा नहीं आता। सो इस बार आ गया।:)

Smart Indian ने कहा…

बहुत खूब! शुक्रिया!