शनिवार, दिसंबर 22, 2007

शुभकामनाऍं

आप सबको बड़े दिन क्रिसमस और नए साल की हार्दिक शुभकामनाएँ।
खासकर इनको


3 टिप्‍पणियॉं:

राज भाटिय़ा ने कहा…

ध्न्य्बाद इस गजल के लिये..Kabhi Kaha Nah kisi Se Tere Fasane ko
राज भाटिया

अजित वडनेरकर ने कहा…

भाई, इन्हें अभी देते हैं और होली पर भी।
अपन तो हिन्दुस्तानी कल्चर वाले है जो कहती है नित्य चतुर्थी।
उत्सवप्रियः हि मनुश्याणाम् ....

बेनामी ने कहा…

क्या पूरा हिन्दी ब्लॉगर समाज इस बात के लिये तैयार है की इस वर्ष हम सब बड़ा दिन और नव वर्ष की बधाई नहीं देगे क्योकि ये अग्रेजो की परंपरा है । अगर इग्लिश आप को पिछड़ेपन का एहसास दिलाती है तो इन दो दिनों का आप को भी शिव सैनिको की तरह बहिष्कार करना होगा , इन दो दिनों को काला दिवस के रूप मनाने कि ताकत अगर आप मे है तो आप सच मे Hindi भक्त है और किसी दोहरी मानसिकता के शिकार नहीं है ।
भारतीये संस्कृति मे हमेशा ही सबको समेत कर आगे बदने की ताकत रही है और हर कोई महात्मा गाँधी नहीं हो सकता जो अपने बच्चो को अनपढ़ रखे ।
क्यो फिर आप सब बी जे पी को , मोदी को हिंदुत्व का तमगा देते है । वो भी आप की तरह भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते है ।
आईये दोहरी मानसिकता का आवरण उतर फेके और जो सलाह दूसरो को देते है खुद पर लागू करे ।
नये साल और बडे दिन की बधाई को हिन्दी मे ना डे कर इन दो दिनों का इस लिये बहिष्कार करे क्योंकी हमे इंग्लिश और अंग्रेजो की गुलामी अब नहीं करनी है http://sarathi.info/archives/964
ham bhi vahii kehrahee hae jo aap keh rahee hae , sirf ham vyang mae kehrahe hae . agar aap prateedin ke blog post pade toh kamse kam teen post ase avshya hogae jo yae prachaar karte hae kii english sae hamrii sankriti khraab ho rahee per jitne bhi is ko likh tey sab english mae paarangat hae
hame apne blog per sthaan dene kae liyae dhnyaavad per vinarm nivedan he kee pravishiti kae vyang ko daekhae